चतुर गधा और भेड़िया: एक बुद्धिमान कहानी

चतुर गधा और भेड़िया की कहानी

बहुत समय पहले की बात है, एक लकड़हारा हर रोज़ जंगल में लकड़ियाँ काटता था। उसके पास एक गधा था, जो उसका सबसे वफादार साथी था। जब लकड़हारा जंगल में कड़ी मेहनत करता था, तो गधा पास की हरी-भरी घास पर चरता था। इस गधे के पास केवल शारीरिक शक्ति ही नहीं, बल्कि एक तेज़ बुद्धि भी थी।

चतुर गधा और भेड़िया

एक दिन, जब लकड़हारा अपने काम में व्यस्त था, गधा आराम से घास चर रहा था। तभी, एक भेड़िये की नज़र उस पर पड़ी। भेड़िये की आँखों में भूख की चमक थी, और उसने गधे को अपना शिकार बनाने का निर्णय किया।

भेड़िये ने धीरे-धीरे गधे की ओर बढ़ना शुरू किया, ताकि गधा उसे देखे बिना ही वह हमला कर सके। जैसे ही भेड़िया पास पहुंचा, गधे ने उसे देख लिया। वह डर तो गया, लेकिन उसने जल्दी से एक योजना बनाई ताकि वह अपनी जान बचा सके।

गधे की बुद्धिमानी

जब भेड़िया गधे के पास पहुंचा, तो गधा जोर से बोल पड़ा, “ओह! आखिरकार भगवान ने मेरी प्रार्थनाएँ सुन लीं और तुम्हें भेजा। मैं कई दिनों से अपने जीवन को समाप्त करने के बारे में सोच रहा था।”

चतुर गधा और भेड़िया

भेड़िया यह सुनकर हैरान हो गया। उसने आश्चर्यचकित होकर पूछा, “तुम मरना क्यों चाहते हो?”

गधा रोते हुए बोला, “मेरा मालिक बहुत बुरा है। उसने मेरी पत्नी और बच्चों को बेच दिया। अब मैं उनके बिना जी नहीं सकता।”

भेड़िया यह सुनकर थोड़ा नरम पड़ गया। उसने गधे से कहा, “अगर तुम सच में मरना चाहते हो, तो मुझे तुम्हारी परेशानी खत्म करने दो।”

भेड़िये का धोखा

गधे ने होशियारी से कहा, “तुम मुझे खा सकते हो, लेकिन पहले मेरे पैर में फंसा एक बड़ा कांटा निकाल दो। अगर तुमने इसे नहीं निकाला, तो यह तुम्हारे गले में फंस जाएगा और तुम मर जाओगे।”

भेड़िया थोड़ी देर तक सोचता रहा और फिर कांटा निकालने के लिए गधे के पैर की ओर झुका। जैसे ही वह झुका, गधे ने तेज़ी से उसे एक जोरदार लात मारी। भेड़िया लड़खड़ा कर गिर पड़ा और गधा उसे तब तक लात मारता रहा, जब तक कि वह दूर भाग नहीं गया।

लकड़हारे की वापसी और भेड़िये का भागना

तभी लकड़हारा वापस आ गया और उसने देखा कि उसका गधा भेड़िये को मार रहा है। भेड़िये ने लकड़हारे को देखा और अपनी जान बचाने के लिए वहां से भाग खड़ा हुआ।

चतुर गधा और भेड़िया

कहानी का संदेश

इस कहानी से यह सिखने को मिलता है कि बुद्धिमानी और हिम्मत से हम किसी भी बड़ी समस्या का सामना कर सकते हैं। गधे ने अपनी जान बचाने के लिए भेड़िये की मूर्खता का फायदा उठाया और उसे हरा दिया। इसलिए, मुश्किल वक्त में घबराने की बजाय हमें त्वरित सोच और चतुराई से काम लेना चाहिए।

 

FAQs of चतुर गधा और भेड़िया:

  1. गधा कैसे अपनी जान बचाने में सफल रहा?
    गधा अपनी बुद्धिमानी से भेड़िये को धोखा देकर उसे हरा सका।
  2. भेड़िये ने गधे की बातों पर विश्वास क्यों किया?
    गधे की चालाकी और भावनात्मक बातों ने भेड़िये को मूर्ख बना दिया।
  3. कहानी से हमें क्या सिखने को मिलता है?
    इस कहानी से सिखने को मिलता है कि त्वरित सोच और बुद्धिमानी से हम कठिन परिस्थिति का सामना कर सकते हैं।
  4. क्या गधा शारीरिक रूप से ताकतवर था?
    गधा शारीरिक रूप से भी मजबूत था, लेकिन उसकी असली ताकत उसकी बुद्धिमानी में थी।
  5. गधे ने भेड़िये को कैसे हराया?
    गधे ने भेड़िये को चालाकी से अपनी ओर झुकने पर मजबूर किया और फिर उसे एक जोरदार लात मारी।

 

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